माउस का प्रयोग
माउस का प्रयोग (Using the Mouse))
माउस के मूलभूत तत्व (Mouse Basics)
माउस, मॉनिटर पर ऑब्जेक्ट को चिन्हित करने और चुनने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। तीर, जो मॉनिटर पर घूमता है, प्वॉइंटर कहलाता है। माउस प्वॉइंटर हर समय घूमता है, जब भी आप माउस को घुमाते हैं। यह सामान्यतः सबसे अधिक इस्तेमाल होने वाला डिवाइस है।
क्लिक करने के
प्रकार (Types of
Clicks)
माउस पांच महत्वपूर्ण कामों को इस्तेमाल करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
v मूव करना (Moving)
v क्लिक करना (Clicking)
v डबल क्लिक करना (Double-clicking)
v क्लिक और ड्रैग करना (Clicking and dragging)
v राइट क्लिक करना (Right-clicking)
मूव करना(Moving) :-
जब आप माउस को घुमाते हैं, माउस प्वॉइंटर
स्क्रीन के ऊपर संबंधित दिशाओं में घूमता है। माउस घुमाते समय, किन्हीं और बटनों को पैस या दबाएं नहीं।
क्लिक करना (Clicking) :-
माउस बटन को दबाने की क्रिया को माउस
क्लिकिंग के नाम से जाना जाता है।
क्लिक शब्द का इस्तेमाल
सामान्यत :-
बाईं ओर क्लिक करने (लैफ्ट क्लिक) के संदर्भ में किया जाता है। एक ऑब्जेक्ट को
क्लिक करना, उसे ऑपरेशन या उस
पर काम करने के लिए चुनना है।
डबल क्लिक करना (Double-clicking) :-
माउस को दो बार जल्दी जल्दी क्लिक करना डबल-क्लिक करना कहलाता है। जब आन डैस्कटॉप पर मौजूद आईटम पर डबल-क्लिक करते हैं, तो फ्रेम के साथ एक आयताकार क्षेत्र स्क्रीन पर दिखाई देता है। यह विण्डो कहलाता है।
क्लिक और ड्रैग
करना (Clicking and dragging):-
माउस को घुमाते समय, माउस का बायां
बटन दबाए रखना, क्लिकिंग और
ड्रैगिंग कहलाता है। इसका इस्तेमाल मुख्यतः एक निश्चित आईटम को सिलैक्ट करने और
उसे अन्य जगह पर ले जाने के लिए किया जाता है। अपनी मन-मुताबिक जगह पर पहुंच जाने
के बाद, इसे छोड़ दें।
राइट क्लिक करना (Right-clicking) :-
जब आप दायां माउस बटन क्लिक करते हैं, तो यह राईट क्लिक कहलाता है। ऑब्जेक्ट पर दाई ओर क्लिक करने पर एक मैन्यू दिखाई देती है। इसे मेन्यू को कॉन्टैक्स्ट सॅस्टिव मेन्यू के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि मेन्यू में दिखाई देने वाले विकल्प, उस ऑब्जेक्ट के आधार से भिन्न होंगे, जो आपने राईट किया है।
कीबोर्ड का उपयोग
करना - (Using the Keyboard )
v कीबोर्ड से टाईप करना
v विभिन्न कीज और उनके कार्यों को जानना
कोबोर्ड (Keyboard)
कीबोर्ड का उपयोग कंप्यूटर में टैक्स्ट टाईप करने के लिए किया जाता है। यह मानक इनपुट डिवाइस की तरह भी जाना जाता है। कंप्यूटर कीबोर्ड टाईप राईटर के कीबोर्ड की तरह ही होता है, लेकिन इसमें कुछ अतिरिक्त कीज होती हैं। सबसे सामान्य कंप्यूटर कीबोर्ड में 104 कीज़ होती हैं। कीबोर्ड पर अलग-अलग तरह की कीज होती है। जैसे की नीचे दी गई हैं
· अल्फान्यूमेरिक कीज़- इसमें अक्षर और नम्बर सम्मलित होते हैं।
· पंक्चुएशन कीज़ - इसमें कोलन (:) अर्ध विराम (;) प्रश्नवाचक चिन्ह (?) सिंगल कोट्स (?) औरडबल कोट्स (').
· विशेष कीज/स्पेशल कीज़ इसमें पैरो कीज, फंक्शन कीज (F1 से F12) और कण्ट्रोल कीज सम्मलित होती है।
कर्सर (Cursor)
कीबोर्ड का उपयोग कैरेक्टर्स को टाईप करने के लिए किया जाता है। कैरेक्टर एक अक्षर या एक नम्बर भी हो सकता है। जब कीबोर्ड का उपयोग कुछ टाईप करने के लिए किया जाता है, तो कर्सर का आकार रेखा से बदल कर तीर का निशान हो जाता है। यह रेखा टैक्स्ट कर्सर कहलाती है और यह वह स्थिति दर्शाती है, जहां कैरेक्टर दिखाई देगा। ध्यान दें, कि हर समय आप कुछ न कुछ टाईप करते हैं, तो टैक्स्ट कर्सर उस कैरेक्टर के अन्त में आ जाता है, जो आपने टाईप कर लिया है।
माउस प्वॉइंटर
जब आप माउस घुमात हैं, तो तीर, जिसे माउस प्वॉइंटर, मॉनिटर पर उसी दिशा में घूमता है
टैक्स्ट कर्सर
o यह मॉनिटर पर, लम्बवत ब्लिंक करती हुई रेखा होती है।
o यह इंगित करती है कि, मॉनिटर पर अगला अक्षर, नम्बर या चिन्ह कहां टाईप होगा।
कीज
कीबोर्ड पर मौजूद अलग-अलग तरह की कीज़
v नम्बर कीज़:- इनका उपयोग नम्बर जैसे कि 1, 2, 3 टाईप करने के लिए किया जाता है।
v लैटर की:- इसका उपयोग लैटर या अक्षर जैसे कि a, b, c. टाईप करने के लिए किया जाताहै।
v Backspace कीज़ :-इसका उपयोग कर्सर की बाई ओर से मिटाने के लिए किया जाता है।
v Caps Lock कीज:- इसका उपयोग कैपिटल लैटर टाईप करने के लिए किया जाता है।
v स्पैस बार कीज़ :-इसका उपयोग दो शब्दों के बीच जगह रखने के लिए किया जाता है।
v Enter की:- यह नई लाईन या पैराग्राफ शुरू करने के लिए है।
कीबोर्ड पर कुछ विशेष कीज
Shift कीज:- इसका उपयोग विशेष कैरेक्टर्स जैसे कि @.1.5 टाईप करने के लिए किया जाता है।
ऐरो कीज़ :-इनका उपयोग कर्सर को दाएं बाएं या ऊपर या नीचे घुमाने के लिए किया जाता है।
Delete की:- इसका उपयोग कर्सर से टैक्स्ट को दाई ओर से मिटाने के लिए किया जाता है।
Page Up की:- यह टैक्स्ट कर्सर को या तो पेज के हिसाब से या निश्चित नम्बर की लाईनोंके हिसाब से ऊपर ले जाता है।
Page Down की:- यह टैक्स्ट कर्सर को या तो पेज के हिसाब से या निश्चित नम्बर की लाईनों के हिसाब से नीचे ले जाता है।
कीबोर्ड में विशेष कीज की साथ काम करना
Shift की :-इस की का उपयोग विशेष कैरेक्टर्स जैसे कि @
# " आदि टाईप करने के लिए
किया जाता है।
इस की का उपयोग उन कीज़ के साथ किया जाता है, जिन पर ये कैरेक्टर्स उपस्थित होते हैं।Page Up और Page Down इन कीज का उपयोग फाईल में पेज को ऊपर या नीचे करने के लिए किया जाता है।
Space bar:- स्पेस बार
कीबोर्ड पर मौजूद लम्बी की होती है। यह बार-बार उपयोग होने वाली की है। अक्षरों और
वाक्यों के बीच में जगह करने के लिए, अपने अंगूठे से स्पेस बार को दबाएं।
Enter की:- का उपयोग नई लाईन शुरू करने के लिए किया जाता
है।
Shift की:- का उपयोग अपर/लोअर कंस के बीच स्विच करने के
लिए किया जाता है।
Caps Lock :- का उपयोग कैपिटल्स को लॉक और अनलॉक करने के लिए किया जाता है।
Ctrl :- इसका
उपयोग, अन्य कीज़ के साथ शॉर्ट
कीज तक पहुंचने के लिए किया जाता है।
Alt :- इसका उपयोग, अन्य कीज के साथ हॉटकीज तक पहुंचने के लिए किया जाता है।
Caps Lock :- इसका उपयोग अक्षरों को लगातार बड़ा
(कैपिटल) करने के लिए किया जाता है।
Tab :- इसका उपयोग डॉक्यूमेंट में दो शब्दों के बीच कई खाली जगह देने के लिए किया
जाता है।
Shift :- इसका उपयोग तब अक्षर को कैपिटल करने के लिए किया जाता है, जब Caps Lock की बंद होती है। इसका इस्तेमाल उन चिन्हों को टाईप करने में भी किया जाता है, जो की के आधे ऊपरी भाग में होते हैं, जिन पर दो चिन्ह या निशान होते हैं।
Space Bar :- इसका उपयोग खाली जगह देने के लिए किया जाता है।
Home :- इसका उपयोग कर्सर को लाईन के शुरू में ले जाने के लिए किया जाता है।
End :- इसका उपयोग कर्सर को लाईन के अंत में ले जाने के लिए किया जाता है। |
Ins :- इसका उपयोग कैरेक्टर्स इंसर्ट करने के लिए किया जाता है।
Esc :-इसका उपयोग दी गई कमाण्ड को रद्द करने या
कैंसिल करने के लिए किया जाता है।
Backspace key :- इसका उपयोग कर्सर के बाईं ओर से कैरेक्टर को डिलीट करने के लिए किया जाता है।
Del :-इसका उपयोग कर्सर के दाई ओर से कैरेक्टर को डिलीट करने के लिए किया जाता है।
Enter :- इसका उपयोग
डॉक्यूमेंट में नया पैराग्राफ शुरू करने के लिए किया जाता है।
Navigation keys:- इसका उपयोग कर्सर को डॉक्यूमेंट में ऊपरी, नीचली, बाई और दाई दिशाओं में ले जाने के लिए किया जाता है।
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