कम्प्यूटर की
क्षमताएँ (Strengths
of Computer)
आजकल कम्प्यूटर की क्षमता का उल्लेख करना तथा इसकी क्षमताओं को सूचिबद्ध करना अत्यंत आसान है। कोई साधारण आदमी भी इसकी क्षमताओं की गणना कर सकता है। आइए, तो हम इस प्रश्न का उत्तर जानें कि कम्प्यूटर की मुख्य क्षमताएँ क्या हैं (What are the chief strengths of a computer ) कम्प्यूटर का उपयोग व्यापक है। यह आज विभिन्न क्षेत्रों में विभिन्न लोगों की सहायता कर रहा है इसके अनुप्रयोगों (applications) को देखते हुए इसकी क्षमताएँ इस प्रकार हो सकती हैं।
गति (Speed)
कम्प्यूटर किसी भी कार्य को बहुत तेजी से कर सकता है। कम्प्यूटर कुछ ही क्षण में गुणा भाग या जोड़ घटाव की करोड़ों क्रियाएँ (operations) कर सकता है। यदि आपको 440 x 56 का गुणा करना हो तो इसमें आपको लगभग 1 से लेकर 2 मिनट तक का समय लग सकता है। यही कार्य पॉकेट कैलकुलेटर से करें तो वह लगभग 5 सेकेण्ड में किया जा सकता है। लेकिन एक आधुनिक कम्प्यूटर में ऐसे 30 लाख ऑपरेशन्स एक साथ कुछ ही सेकण्डों (seconds) में सम्पन्न हो सकते हैं।
स्वचालन (Automation)
कम्प्यूटर अपना कार्य, प्रोग्राम (निर्देशों के एक समूह) के एक बार लोड हो जाने पर स्वतः करता रहता है। उदाहरणार्थ, किसी डाटा एन्ट्री प्रोग्राम पर कार्य कर रहे ऑपरेटर को स्वयं रिपोर्ट तैयार करने की आवश्यकता नहीं, अपितु कम्प्यूटर प्रविष्ट डाटा (entered (data) के आधार पर स्वयं ही रिपोर्ट देता रहता है।
शुद्धता (Accuracy)
कम्प्यूटर अपना कार्य बिना किसी गलती के करता है। कम्प्यूटर द्वारा गलती किये जाने के कई उदाहरण सामने आते हैं, लेकिन इन सभी गलतियों में या तो गलती कम्प्यूटर में डाटा एन्टर करते समय की गयी होती है, या यह कभी प्रोग्राम के डवलपमेंट के समय की होती है। कम्प्यूटर स्वयं कभी गलती नहीं करता है।
उच्च स्टोरेज क्षमता (High Storage Capacity)
एक कम्प्यूटर सिस्टम की डाटा स्टोरेज क्षमता अत्यधिक होती है। कम्प्यूटर लाखों शब्दों को बहुत कम जगह में स्टोर करके रख सकता है।
यह सभी प्रकार के डाटा, चित्र, प्रोग्राम, Text तथा आवाज को कई वर्षों तक स्टोर करके रख सकता है। हम कभी भी यह सूचना कुछ हो सेकेण्ड में प्राप्त कर सकते हैं तथा अपने उपयोग में ला सकते हैं।
कर्मठता ( Diligence)
आम मानव किसी कार्य को निरन्तर कुछ ही घण्टों तक करने में थक जाता है। इसके ठीक विपरीत, कम्प्यूटर किसी कार्य को निरन्तर कई घण्टों दिनों तथा महीनों तक करने की क्षमता रखता है। इसके बावजूद उसके कार्य करने की क्षमता में न तो कोई कमी आती है और न ही कार्य के परिणाम की शुद्धता घटती है। कम्प्यूटर किसी भी दिये गये कार्य को बिना किसी भेद-भाव के करता है, चाहे वह कार्य रुचिकर हो या उबाऊ ।
विश्वसनीयता (Reliability)
जैसाकि पहले उल्लेख किया जा चुका है कि कम्प्यूटर में ठीक-ठीक स्टोरेज, स्वचालन, डाटा की यथास्थिति में पुन: प्राप्ति, कर्मठता तथा उच्च गति जैसी क्षमताएँ विद्यमान हैं। यही क्षमताएँ कम्प्यूटरों को आज विश्वसनीय (reliable) बनाते हैं। सभी व्यवसाय तथा विद्वता (intellacts) के लोग इस पर पूरी तरह से निर्भर हैं।
कम्प्यूटर की सीमाएँ (Limitations Of Computer)
कम्प्यूटर की कमियों का उल्लेख एक चुनौतीपूर्ण कार्य है, परन्तु यदि हम ठीक से विचार करें तो हम कम्प्यूटर की निम्न कमियों पर प्रकाश डाल सकते हैं, तो आइए हम जानें कि कम्प्यूटर की मुख्य कमियाँ क्या-क्या हैं (What are the main limitations of a computer) कम्प्यूटर की क्षमताएँ ही मूलतः आज इसकी लोकप्रियता के कारण हैं। किन्तु किसी भी मानव-निर्मित प्रणाली (system) की सीमाएँ या कमियाँ हो सकती हैं। इसके बगैर किसी प्रणाली की कल्पना शायद नहीं की जा सकती है। अतः कम्प्यूटर की कमियों को भी जानना आवश्यक है। इसकी कमियाँ इस प्रकार हैं
बुद्धिमत्ता की कमी (Lack of Intelligence)
कम्प्यूटर एक मशीन है। इसका कार्य यूजर के
निर्देशों को कार्यान्वित (एक्जिक्यूट) करना है। कम्प्यूटर किसी भी स्थिति में न
तो निर्देश से अधि क और न ही इससे कम का क्रियान्वयन करता है। कम्प्यूटर एक
बिल्कुल मूर्ख नौकर की भाँति कार्य करता है। इसे आप यदि कहें कि जाओ और बाजार से
सब्जी खरीद लो। ऐसा निर्देश देने पर वह बाजार जायेगा और सब्जी भी खरीदेगा परन्तु
सब्जी लेकर घर तक कभी नहीं लौटेगा। यहाँ प्रश्न उठता है क्यों ? इसका सीधा उत्तर है कि आपने उससे सब्जी खरीदने
को अवश्य कहा परन्तु उसे घर लाने को नहीं कहा। इसका अर्थ यह है कि कम्प्यूटर के
अंदर सामान्य बोध नहीं होता है। यद्यपि कम्प्यूटर वैज्ञानिक आज के कम्प्यूटर में
कृत्रिम बुद्धिमत्ता के बारे में शोध कर रहे हैं, इसमें सफलता मिलने पर कम्प्यूटर के अंदर बुद्धिमत्ता की कमी
तो कुछ हद तक दूर हो सकेगी तथापि मानवीय बुद्धिमत्ता की तुलना कभी भी एक मशीनी
बुद्धिमत्ता के साथ नहीं हो पाएगी।
आत्मरक्षा करने में अक्षम (Unable In Self Protection)
कम्प्यूटर चाहे कितना भी शक्तिशाली क्यों न हो परन्तु उसका नियंत्रण (कंट्रोल) मानव के पास ही होता है तथा वह जिस प्रकार उसे नियंत्रित (कंट्रोल) करता है वह नियंत्रित होता है। कम्प्यूटर किसी भी प्रकार आत्मरक्षा नहीं कर सकता है। उदाहरणार्थ श्याम नामक किसी व्यक्ति ने एक ई-मेल अकाउण्ट बनाया तथा एक विशेष पासवर्ड उसने अपने इस अकाउन्ट को खोलने के लिए चुना। कम्प्यूटर अब यह नहीं देखता कि उस अकाउन्ट को खोलने वाला श्याम ही है, बल्कि यह देखता है कि पासवर्ड क्या है। ठीक उसी प्रकार स्वचालित टेलर मशीन (Automatic Teller Machine) से पैसा कौन निकाल रहा है, इसकी चिंता कम्प्यूटर नहीं करता, बल्कि वह केवल कार्ड के साथ पासवर्ड वैध है कि नहीं, इसकी जाँच करता है। यह दृष्टिकोण कम्प्यूटर को एक ओर विश्वसनीय बनाता है तो दूसरी ओर इसकी विश्वसनीयता पर एक प्रश्नचिह्न भी खड़ा करता है।
डिजिटल कम्प्यूटर
(Digital
Computer)
डिजिटल कम्प्यूटर वह कम्प्यूटर होता है जो अंकों (digits) की गणना करता है। जब अधिकतर लोग कम्प्यूटर के बारे में विचार-विमर्श करते हैं तो डिजिटल कम्प्यूटर ही केन्द्र-बिन्दु होता है। डिजिटल कम्प्यूटर के कम्प्यूटर हैं जो व्यापार (Business) को चलाते हैं, घर का बजट तैयार करते हैं और अन्य सभी कार्य, जो कम्प्यूटर कर सकता है, करते हैं। अतः यह सत्य है कि अधिकतर कम्प्यूटर, डिजिटल कम्प्यूटर की श्रेणी में आते हैं। डिजिटल कम्प्यूटर डाटा (Data) और प्रोग्राम (Program) को 0 तथा । में परिवर्तित करके उनको इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में ले आता है।
डेस्कटॉप
कम्प्यूटर (Desktop
Computers)
पर्सनल कम्प्यूटर का सबसे ज्यादा प्रयोग किया जाने वाला प्रकार डेस्कटॉप कम्प्यूटर है। डेस्कटॉप जैसाकि नाम से ही उपलक्षित होता है, एक ऐसा कम्प्यूटर है जिसे डेस्क पर सेट किया जा सकता है तथा यह वहीं से कार्य कर सकता है। इसमें एक सी.पी. यू. (एक कैबिनेट जो मदरबोर्ड तथा अन्य भागों को ढके रहता है), मॉनीटर, की-बोर्ड तथा माउस होते हैं। इन्हें हम अलग-अलग देख सकते हैं। डेस्कटॉप कम्प्यूटर की कीमत कम होती है परन्तु इसे एक जगह से दूसरी जगह ले जाना मुश्किल होता है। आज आप नवीनतमकनफिगयूरेशन (configuration) के साथ डेस्कटॉप कम्प्यूटर 20-25 हजार रुपयों की रेन्ज में ले सकते हैं।
मिनी कम्प्यूटर (Mini Computer)
ये कम्प्यूटर मध्यम आकार के कम्प्यूटर होते हैं। ये माइक्रो कम्प्यूटर (Micro Computer) तुलना में अधिक कार्यक्षमता वाले होते हैं। मिनी कम्प्यूटरों की कीमत माइको कम्प्यूटरों से अधिक होती है और ये व्यक्तिगत रूप से नहीं खरीदे जा सकते हैं। इन्हें छोटो या मध्यम स्तर की कम्पनियाँ काम में लेती हैं। इस कम्प्यूटर पर एक से अधिक व्यक्ति काम कर सकते हैं।
मिनी कम्प्यूटर में एक से अधिक सी. पी. यू. (CPU) होते हैं। इनकी मेमोरी (Memory) और गति (Speed) माइक्रो कम्प्यूटर से अधिक और मेनफ्रेम कम्प्यूटर से कम होती है। ये मेनफ्रेम कम्प्यूटर से सस्ते होते हैं।
मध्यम स्तर की कम्पनियों में मिनी कम्प्यूटर ही उपयोगी माने जाते हैं। यद्यपि
अनेक व्यक्तियों के लिए अलग-अलग माइक्रो कम्प्यूटर लगाना भी सम्भव है, परन्तु यह महँगा पड़ता है। प्रति व्यक्ति
माइक्रो कम्प्यूटर की अपेक्षा मिनी कम्प्यूटर कम्पनी में केन्द्रीय कम्प्यूटर के
रूप में कार्य करता है और इससे कम्प्यूटर के संसाधनों का साझा हो जाता है। इसके
अलावा अनेक माइक्रो कम्प्यूटर होने पर उनके रख-रखाव व मरम्मत की समस्या बढ़ जाती
है।
v एक मध्यम स्तर की कम्पनी मिनी कम्प्यूटर का उपयोग निम्नलिखित कार्यों के लिए कर सकती है कर्मचारियों के वेतनपत्र (Payroll ) तैयार करना
v वित्तीय खातों का रख-रखाव
v लागत विश्लेषण
v बिक्री विश्लेषण
v उत्पादन योजना।
मिनी कम्प्यूटरों के अन्य उपयोग, यातायात में यात्रियों के लिए आरक्षण प्रणाली का संचालन और बैंकों में बैंकिंग (Banking) के कार्य हैं।
सबसे पहला मिनी कम्प्यूटर PDP 8 एक रेफ्रिजरेटर (Refrigerator) के आकार का, 18000 डॉलर कीमत का था जिसे डिजीटल इक्विपमेण्ट कॉरपोरेशन ने सन् 1965 में तैयार किया था।
0 Comments